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Tuesday, October 10, 2023

हिंदी विराम चिन्ह | Viram Chinh in hindi | Punctuation marks in hindi

Viram Chinh in hindi

हिंदी विराम चिन्ह

Punctuation marks in hindi 

हिंदी विराम चिन्ह | Viram Chinh in hindi | Punctuation marks in hindi

विराम चिन्ह  [ Viram Chinh in hindi | Punctuation marks in hindi  ] 

            विराम चिन्ह से हिंदी वाक्य ( Viram Chinh in hindi ) को सरलता से समझने एवं लिखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है| विराम चिह्न का प्रयोग सावधानीपूर्वक समझना अति आवश्यक है, क्योंकि किसी हिंदी वाक्य के माध्यम से क्या बताया जा रहा है, यह तब तक समझ नहीं आएगा जब तक Viram Chinh  की जानकारी आपको न हो। इसके प्रयोग से हिंदी बोलने, पढ़ने और उनके अर्थ समझने में बहुत अधिक सहूलियत होती है. विराम चिह्न  भिन्न भिन्न प्रकार के भाव और विचारों को स्पष्ट करने के लिए वाक्य के बीच एवं अंत में प्रयोग किया जाता है,  जिसे हिंदी वाक्य का ठहराव कहा जाता है,  और इसी प्रक्रिया को विराम चिह्न के नाम से जाना जाता है।



विराम चिन्ह के प्रकार

[ Viram Chinh ke prakar | Types of  punctuation marks in hindi ]

अ क्रघटकाचे नाव
पूर्ण विराम
[ Full Stop ] [ ]
अल्प चिन्ह
[ Comma ] [ , ]
विस्मयादिबोधक चिन्ह
[ Exclamation mark / Interjection ] [ ! ]
प्रशनवाचक चिन्ह
[ Question Mark] [ ? ]
योजक-चिह्न
[ Hyphen ] [ - ]
लोप चिह्न
[ Omission ] [ …. ]
लाघव चिह्न
[ Abbreviation Sign ] [ ]

विस्मरण चिन्ह
[ Oblivion Sign ] [ ^ ]
विवरण चिन्ह
[ Sign of Following ] [ :- ]
१०
तुल्यता सूचक चिन्ह
[ Equivalence indicator symbol ] [ = ]
११
निर्देशक चिन्ह
[ Dash ] [ ]
१२
रेखांकन चिन्ह
[ Underline ] [ ____ ]
१३
उप विराम
[ Colon ] [ : ]
१४
अर्द्ध विराम
[ Semi Colon ] [ ; ]
१५
कोष्ठक चिन्ह
[ Bracket ] [ ( ) ]
१६
अवतरण चिन्ह
[ Single Inverted Comma ] [ ' .... ' ]
१७
दोहरा अवतरण चिन्ह
[Double Inverted Comma ] [ .... ]
१८
पुनरुक्ति सूचक चिन्ह
[ Repeat Pointer Symbol ] [ ,, ]
१९
दीर्घ उच्चारण चिन्ह
[Long Pronunciation Sign ] [ S ]



हिंदी विराम चिन्ह

Viram Chinh in hindi

Punctuation marks in hindi


१] पूर्ण विराम [ Full Stop ]

            जिस स्थान पर वाक्य खत्म हो जाता है तब वाक्य के अंत में पूर्ण विराम (।) लगाया जाता है। अथवा पढते समय कुछ अधिक दर रुकना हो तो हमे पूर्ण विराम का प्रयोग करना पडता है ।

उदहारण :-
१] मेरा नाम शाम है।
२] मुझे हरा रंग का गुब्बारा अच्छा लगता है।
३] सुयश क्रिकेट खेळता है।
४] राधिका को कहानिया सुनना पसंद है।
५] राजेश अच्छा लडका है।


२] अल्प चिन्ह [ Comma ]

            हमे पढते या बोलते समय जहाँ थोड़ी ही देर रुकना पड़े, वहाँ अल्प विराम चिन्ह का प्रयोग किया जाता हैं अथवा एक से अधिक वस्तुओं को दर्शाने के लिए भी अल्प विराम चिन्ह (,) लगाया जाता है।

उदहारण :-
१] आओ, अब खेलने चलते है।
२] क्यो नही, जरूर जाऊंगी।
३] मुझे कबड्डी, क्रिकेट, लगोरी, और खो-खो यह खेल पसंद है।
४] सुयश के जन्मदिवस पर दिपक, राकेश, मीना, सीता और पियुष भी आया था।
५] मेरे पास १, २, ५, १० आदि सिक्के है।


३] विस्मयादिबोधक चिन्ह [ Exclamation mark / Interjection ]

            बोलते या पढते समय जब हर्ष, विवाद, विस्मय, घृणा, आश्रर्य, करुणा, भय इत्यादि का बोध करने के लिए विस्मयादिबोधक चिन्ह का प्रयोग किया जाता है। अथार्त इसका प्रयोग अव्यय शब्द से पहले किया जाता है। विस्मयादिबोधक चिन्ह को उदगारचिहन भी कहते है।

उदहारण :-
१] हाय ! वह छत से गीर गया।
२] यह स्वर्ण मृग कितना सुंदर है !
३] आह ! कितना सुंदर गुब्बारा है।
४] शाबाश ! तुम्हे परीक्षा मे अच्छे नंबर मिले
५] ठहर, अब तेरी खैर नही !


४] प्रशनवाचक चिन्ह [ Question Mark]

            जब हमे बोलते समय किसी को प्रश्न पूछना हो तो वाक्य के अंत मे प्रश्नवाचक चिन्ह का प्रयोग करना पडता है।

उदहारण :-
१] तुम्हारा नाम क्या है?
२] भारत की राजधानी कोणसी है?
३] त्रिभुज में कितनी भुजाए होती है?
४] महात्मा गांधी का पुरा नाम क्या है?
५] हमारे देश का राष्ट्रीय खेल कोणसा है?

५] योजक-चिन्ह [ Hyphen ]

            जब हमे दो शब्दों में परस्पर संबंध स्पष्ट करने के लिए अथवा उन्हें जोड़कर लिखने के लिए योजक चिह्न का प्रयोग करना पडता है।

उदहारण :-
१] वह राधा-कृष्ण का मंदिर है।
२] हर व्यक्ती के जीवन में सुख–दुःख आते रहते हैं।
३] जीवन में सफल होने के लिए रात–दिन परिश्रम करना पडता है।
४] माता-पिता हमारे प्रथम गुरू है।
५] परिस्थितीयां हमे अच्छे-बुरे का पाठ पढाती है।


६] लोप चिन्ह [ Omission ]

            लोप चिह्न का प्रयोग वाक्य या अनुच्छेद में कुछ अंश छोड़ कर लिखने के लिए किया जाता है।

उदहारण :-
१] पुलिस ने चोर को पकडा पर......।
२] मैने परीक्षा कक्ष तक पहुचा लेकिन.......।
३] राहुल पढाई करनेवाला था लेकिन.......।
४] मै खेलने आऊंगा पर ...... दौडूंगा नही।
५] में दुकान अवश्य चलूँगा… पर तुम्हारे साथ नही।

७] लाघव चिन्ह [ Abbreviation Sign ]

            जब भी हमे किसी प्रसिद्ध या बड़े शब्द को संक्षेप में लिखने के लिए उस शब्द का पहला अक्षर लिखकर उसके आगे शून्य (०) लगा देते हैं। इस शून्य ही लाघव-चिह्न कहते है।

उदहारण :-
१] डॉंक़्टर के लिए     = डॉं०
२] इंजिनियर के लिए     = इंजी०
३] मध्य प्रेदेश     = म०प्र०
४] महाराष्ट्र पुलिस     = म०पु०
५] विनायक दामोदर सावरकर     = वि०दा०सावरकर

हे पण पहा :- विलोम शब्द

८] विस्मरण चिन्ह [ Oblivion Sign ]

            जब भी हम लिखते समय किसी शब्द को भूल जाते है तो विस्मरण चिन्ह देकर उसके उपर वह शब्द लिखने के लिए विस्मरण चिन्ह का प्रयोग किया जाता है। विस्मरण चिन्ह को त्रुतीपूरक चिन्ह भी कहा जाता है ।

उदहारण :-

               सुयश
१] मेरा नाम  ^  है।
                         अच्छे
२] पियुष को आम  ^  लगते है।
                                                बगीचा
३] मेरे पाठशाला के पास एक सुंदर  ^  है।
                                      गुरू
४] माता-पिता हमारे प्रथम   है।
                                             पसंद
५] राधिका को कहानिया सुनना  ^  है।

९] विवरण चिन्ह [ Sign of Following ]

            जब भी हमे किसी वाक्यांश के विषयों में कुछ सूचक निर्देश करने के लिए विवरण चिन्ह का प्रयोग किया जाता है।

उदहारण :-
१] प्रदूषण के निम्न दुष्परिणाम है :-
२] काल के तीन मुख्य भेद हैं :-
३] लिंग के भेद है :-
४] परीक्षार्थी अपने साथ निम्म सामग्री होनी चाहिए :-
५] सर्वनाम के भेद है :-

हे पण पहा :- मुहावरे

१०] तुल्यता सूचक चिन्ह [ Equivalence indicator symbol ]

            जब भी हमे किसी वाक्य में दो शब्दों की तुलना या बराबरी करनी हो तो हमे तुल्यता सूचक चिन्ह का प्रयोग करना पडता है।

उदहारण :-
१] ८ और १० = १८
२] दिन = रात
३] खट्टा = मिठ्ठा
४] शहद = अमृत
५] मद्य = मौत



११] निर्देशक चिन्ह [ Dash ]

            निर्देशक चिन्ह (―)का प्रयोग विषय, विवाद, सम्बन्धी, प्रत्येक शीर्षक के आगे, उदाहरण के पश्चात, कथोपकथन के नाम के आगे किया जाता है।

उदहारण :-
१] जैसे ― फल सब्जी मसाले इत्यादि।
२] श्री राम ने कहा ― सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए।
३] प्रधानाध्यापक के कहा ― कल विद्यालय में अवकाश है।
४] खेल में तो हार - जीत लगी रहती है।
५] सागर - सा हृदय।

१२] रेखांकन चिन्ह [ Underline ]

            रेखांकन चिन्ह का प्रयोग किसी भी वाक्य में महत्त्वपूर्ण शब्द, पद, वाक्य को रेखांकित करने के लिए किया जाता है।

उदहारण :-
१] संज्ञा के जिस रूप से किसी व्यक्ति या वस्तु की पुरुष अथवा स्त्री जाति का बोध होता हैं उसे लिंग कहते हैं ।
२] जिन शब्दों से पुरुष जाति का बोध होता है उन्हें पुल्लिंग शब्द कहते हैं ।
३] जिस विकारी शब्द या संज्ञा के कारण हमें किसी व्यक्ति , वस्तु , प्राणी , पदार्थ आदि के एक से अधिक या अनेक होने का पता चलता है उसे बहुवचन कहते हैं।
४] एक–दूसरे के विपरीत या उल्टा अर्थ देने वाले शब्दों को विलोम शब्द कहते हैं।
५] जो शब्द केवल एक व्यक्ति, वस्तु या स्थान का बोध कराते हैं उन शब्दों को व्यक्तिवाचक संज्ञा कहते हैं।

हे पण पहा :- गिनती

१३ उपविराम चिन्ह [ Colon ]

            जब किसी शब्द को अलग दर्शाया जाता है तो वहा पर उप विराम चिन्ह (:) लगाया जाता है अथार्त जहाँ पर किसी वस्तु या विषय के बारे में बताया जाए तो वहां पर उपविराम चिन्ह (:) का प्रयोग किया जाता है।

उदहारण :-
१] विज्ञान : वरदान या अभिशाप।
२] उदहारण : राम खाना खाता है।
३] कृष्ण के अनेक नाम : मोहन, श्याम, मुरली, कान्हा।
४] विलोम शब्द : एक–दूसरे के विपरीत या उल्टा अर्थ देने वाले शब्दों को विलोम शब्द कहते हैं।
५] पुल्लिंग : जिन शब्दों से पुरुष जाति का बोध होता है उन्हें पुल्लिंग शब्द कहते हैं।

१४] अर्ध विराम चिन्ह [ Semi Colon ]

            जब भी हमे एक वाक्य या वाक्यांश के साथ दूसरे वाक्य या वाक्यांश का संबंध बताना हो अथवा पूर्ण विराम से कुछ कम, अल्पविराम से अधिक देर तक रुकना होता है वहा पर अर्ध विराम का प्रयोग किया जाता है।

उदहारण :-
१] सूर्योदय हो गया; चिड़िया चहकने लगी और कमल खिल गए ।
२] कल रविवार है; छुट्टी का दिन है; आराम मिलेगा।
३] सूर्यास्त हो गया; लालिमा का स्थान कालिमा ने ले लिया ।
४] आज परीक्षा है; दिमाग हिला देगी
५] आम अच्छे है; मजा आएगा

हे पण पहा :- हिंदी बोधकथा

१५] कोष्ठक चिन्ह [ Bracket ]

            कोष्ठक चिन्ह का प्रयोग वाक्य के बीच में आए शब्दों अथवा पदों का अर्थ स्पष्ट करने के लिए किया जाता है। कोष्ठक चिन्ह का प्रयोग अर्थ को और अधिक स्पस्ट करने के लिए शब्द अथवा वाक्यांश को कोष्ठक के अन्दर लिखकर किया जाता है।

उदहारण :-
१] भाई (चिल्लाते हुए) आया " मेरा बक्सा किसने खोला
२] मुरलीधर (कृष्ण) कहा गए
३] मलिक (चिल्लाते हुए) " निकल जाओ मेरे घर से।"
४] विश्वामित्र (क्रोध में काँपते हुए) ठहर जा।
५] धर्मराज (युधिष्ठिर) सत्य और धर्म के संरक्षक थे।



१६] अवतरण चिन्ह [ Single Inverted Comma ]

            अवतरण चिन्ह का प्रयोग हम जब किसी वाक्य में किसी खास शब्द पर जोर देना हो तब  करते है। इसे उद्धरण चिह्न भी कहते है।

उदहारण :-
१] पुस्तक ' लास्ट मैन इन दि टावर ' का लेखक कौन है?
२] ' सर्वहारावर्ग का अधिनायकत्व ' शब्दो का निर्माण किसने किया?
३] ' डार्विन फिचिंग ' का प्रयोग किस समूह के लिए किया जाता है?
४] डॉ.बाबासाहेब आंबेडकर ने संविधान का ' हृदय और आत्मा ' किसे कहा था?
५] ' इंकलाब जिंदाबाद ' का नारा किसने दिया था?

१७] दोहरा अवतरण चिन्ह [Double Inverted Comma ]

            दोहरे अवतरण चिन्ह का प्रयोग हम जब किसी की कही हुई बात को उसी तरह प्रकट करते है तब इस चिन्ह का प्रयोग करते है। इसे दोहरा उद्धरण चिह्न भी कहते है।

उदहारण :-
१] राजा ने कहा, " मेरा मन अब शांत हो गया"
२] सुयश ने कहा, "मुझे आराम की जरूरत है।"
३] केशव ने कहा, "अब मेरा कुच्छ नही हो सकता"
४] तुलसीदास ने सत्य कहा है ― ”पराधीन सपनेहु सुख नाहीं।”
५] सोनम ने कहा, "अब तुम मेरा पिच्छा करणा छोड दो"


१८] पुनरुक्ति सूचक चिन्ह  [ Repeat Pointer Symbol ]

            पुनरुक्ति सूचक चिन्ह (,,) का प्रयोग ऊपर लिखे किसी वाक्य के अंश को दोबारा लिखने से बचने के लिए किया जाता है।

उदहारण :-

  अ.क्र     विद्यार्थी का नाम         पौधे
    १]        सुयश गायकवाड          २५
    २]        राजेश जाधव                  ,,    
    ३]        गौरव चव्हाण                  ,,    
    ४]        मनीषा ठाकरे                 ३०
    ५]        विजया पवार                   ,,



१९] दीर्घ उच्चारण चिन्ह [Long Pronunciation Sign ]

            जब वाक्य में किसी विशेष शब्द के उच्चारण में अन्य शब्दों की अपेक्षा अधिक समय लगता है तो वहां पर दीर्घ उच्चारण चिन्ह (S) का प्रयोग किया जाता है। 

उदहारण :-

    देखत भृगुपति बेषु कराला
    S |   |   |  |  |  S S |  |   S  S

(१६ मात्राएँ, | को एक मात्रा तथा S को २ मात्रा माना जाता है।)


          तुम्हाला हिंदी विराम चिन्ह | Viram Chinh in hindi | Punctuation marks in hindi  ही माहिती नक्कीच आवडली असेल तर मग आपल्या प्रियजनाना शेअर करा.

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